Sunday, January 24, 2010

मजबूर भगवान

एक रात म्हारा सपणा मै भगवान आयो,
औ़र बोल्यो केरे ताहिर भोत दिन  से मंदिर नी आयो.
ते मैं बोल्यो भगवान वा बात यूँ हो गई की पिछला महिना म्हारी बात पक्की हो गई .
अब थारे तो मालूम की जगत मै छोरा ज्यादा नी छोरी कम है,
ईका लिए छोरी वाला होन के मारे नाक मै दम है.
थारा कारन म्हारी दो शादी टूटगी औ़र एक तो होते होते छुटगी.
वैसे छोरी वाला होन कु तो  भागो थो पर थारा केने से थोड़ो तेस मै आगो थो.
तू तो केरो थो की दुनिया मै छोरी न की कमी नी है,
म्हारे तो लागे थारी बातां मै  पेलो जैसो  दमी  नी है. 
थारे अपनी बड़ाई सुनने मै बड़ो मजो आये
ईका लिए जागता मै नी तो सपणा मै  चलियो आये.
औ़र आना का  ना जाने कई कई बहाना बनाये.
अब कई मुह से करूँ थारी बड़ाई थारा कारन मैने छोड़ दी पढाई,
तू केरो थो पढाई मै कोई दमी नी है औ़र नौकरी  तो कोई कम नी है.
अब थारा के फिकर करना की कई बात है,
थारा तो चार सिर ने आठ हाथ है.
फिर भी शादी बाद थारा दरबार में आउंगो  
औ़र हो सकियो तो ऊकू भी साथ लाउंगो .
भगवान बोल्यो ताहिर आजकल मै भी हूँ भोत  उदास,
अब तो फूटी कोड़ी नी  बची म्हारा पास,
थोड़ो भोत तुई इंतजाम करदे
औ़र म्हारा पे यो उपकार करदे .
मैं बोल्यो पर भगवन तू तो करे सबकी पूरी इच्छा,
फिर म्हारा से क्यों मांग रो भिक्षा  .
अरे ताहिर अब वो दिन गया जब खूब दिया वरदान
अब तो म्हारे जनता ने करली परेशान
झूठा आंसूं दिखा के म्हारे कंगाल कर गया
औ़र चढ़ावा  के नाम पे नरियल की कट्टी धर गया
अब तो कोई भी उदर नी आये
चढावो  तो ठीक झाड़ू भी नी लगाये
तुई थो जो रोज आतों थो ,
थारा आना से म्हारो खर्चो चल जातो थो
अब तो थारा आना भी छुट्गो
थारा नी आना से म्हारो दुनिया से जी रुठ्गो.
अब सोच रयो हूँ थोडा दिन औ़र रयो तो भूखो मर जाउंगो 
इका लिए कल ही देव लोक कूच कर जाउंगो. 
इका लिए कल ही देव लोक कूच कर जाउंगो. 

ताहिर अली 
09893311636 



 
  

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